Kashi Vishwanath Corridor: दिसंबर 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटित काशी विश्वनाथ कॉरिडोर ने वाराणसी के आध्यात्मिक दृश्य को पूरी तरह बदल दिया है। यह 400-मीटर लंबा मार्ग प्राचीन काशी विश्वनाथ मंदिर को गंगा घाटों से जोड़ता है, जिससे तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को एक सुगम और समृद्ध अनुभव मिलता है। चाहे आप भक्त हों, इतिहास प्रेमी हों, या वास्तुकला के शौकीन, यह गाइड आपको इस कॉरिडोर की भव्यता को समझने में मदद करेगा।
Kashi Vishwanath Corridor का महत्व:
काशी विश्वनाथ मंदिर, भगवान शिव को समर्पित, भारत के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है। 800 करोड़ रुपये की लागत से बने इस नए कॉरिडोर का उद्देश्य मंदिर क्षेत्र को भीड़मुक्त करने के साथ ही इसकी पवित्रता को बनाए रखना है। इसमें शामिल हैं:
- 24 नवनिर्मित मंदिर जो नागर शैली की वास्तुकला को दर्शाते हैं।
- विशाल पैदल मार्ग जिन पर भारतीय संस्कृति की झलक देखने को मिलती है।
- गंगा नदी और वाराणसी के घाटों के मनोरम दृश्य।
- टिप: शाम को होने वाली गंगा आरती का अनुभव जरूर लें, जो कॉरिडोर के नजदीक दशाश्वमेध घाट पर आयोजित होती है।
Kashi Vishwanath Corridor कैसे पहुँचें:
हवाई मार्ग: वाराणसी का लाल बहादुर शास्त्री एयरपोर्ट (25 किमी) नजदीकी हवाई अड्डा है।
रेल मार्ग: वाराणसी जंक्शन (6 किमी) और काशी स्टेशन (4 किमी) प्रमुख शहरों से जुड़े हैं।
सड़क मार्ग: लखनऊ, प्रयागराज, या गोरखपुर से बस या टैक्सी ले सकते हैं।
स्थानीय परिवहन: मंदिर तक पहुँचने के लिए ऑटो-रिक्शा या ई-रिक्शा सुविधाजनक हैं।
यात्रा का सबसे अच्छा समय:
सर्दियाँ (अक्टूबर–मार्च): सुहावना मौसम (15–25°C), घूमने के लिए आदर्श।
गर्मियाँ (अप्रैल–जून): 40°C से अधिक तापमान होने पर बचें।
त्योहार: महाशिवरात्रि, देव दीपावली, या श्रावण माह में आएँ।
Kashi Vishwanath Corridor पर क्या करें
मंदिर के दर्शन: 800 किलो सोने से बने शिखर और ज्योतिर्लिंग के दर्शन करें।
गंगा आरती: दशाश्वमेध घाट पर होने वाली आरती में शामिल हों।
फोटोग्राफी: कॉरिडोर की नक्काशी और गंगा के सूर्योदय की तस्वीरें लें।
नाव की सवारी: सुबह गंगा में नाव पर बैठकर कॉरिडोर का दृश्य देखें।
आसपास के आकर्षण
दशाश्वमेध घाट: प्रसिद्ध गंगा आरती के लिए जाना जाता है।
सारनाथ: बौद्ध धर्म का पवित्र स्थल (10 किमी दूर)।
भारत माता मंदिर: अखंड भारत के संगमरमर के नक्शे वाला अनूठा मंदिर।
तुलसी मानस मंदिर: रामचरितमानस के पन्नों से सजा मंदिर।
यात्रा टिप्स
ड्रेस कोड: सम्मान के लिए कंधे और घुटनों को ढककर रखें।
सुरक्षा जाँच: मंदिर के अंदर बैग, मोबाइल और जूते की अनुमति नहीं हैं। नजदीकी लॉकर्स का उपयोग करें।
गाइडेड टूर: कॉरिडोर के इतिहास को समझने के लिए स्थानीय गाइड लें।
समय: भीड़ से बचने के लिए सुबह 4-6 बजे के बीच दर्शन करें।
Kashi Vishwanath Corridor न केवल एक धार्मिक स्थल है, बल्कि भारत की सांस्कृतिक और वास्तुकला विरासत का प्रतीक है। यहाँ की शांति, गंगा की धारा, और भगवान शिव की आराधना आपके मन को एक अद्भुत शांति देगी। अपनी यात्रा की योजना बनाएँ और काशी की पवित्र भूमि पर आध्यात्मिक ऊर्जा को महसूस करें!